हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हरियाणा के सिरसा जिले में हुआ था। वे हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री रहे और राज्य की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके पिता, देवी लाल, भी हरियाणा के मुख्यमंत्री और भारत के उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं, जिससे चौटाला परिवार की राजनीतिक विरासत और मजबूत हुई।
राजनीतिक करियर और उपलब्धियां
ओम प्रकाश चौटाला ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के बैनर तले की। उन्होंने हरियाणा की राजनीति में कई बड़े सुधार किए और ग्रामीण विकास, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया।
- उन्होंने हरियाणा में पेंशन योजनाओं, सड़क निर्माण और ग्रामीण विकास के लिए कई नई योजनाएं लागू कीं।
- चौटाला को हरियाणा में किसानों के मसीहा चौधरी देवीलाल के पुत्र और किसान नेता के रूप में जाना जाता था।
विवाद और सजा
उनका राजनीतिक जीवन विवादों से अछूता नहीं रहा। उन्हें आय से अधिक संपत्ति और जूनियर बेसिक ट्रेनी (JBT) भर्ती घोटाले में दोषी पाया गया। 2013 में उन्हें इस मामले में 10 साल की सजा हुई। हालांकि, इसके बावजूद उनकी लोकप्रियता में कमी नहीं आई और वे हरियाणा में एक प्रभावशाली नेता बने रहे।
निधन पर प्रतिक्रियाएं
उनके निधन से हरियाणा और देश की राजनीति में शोक की लहर है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और समर्थकों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा, और अन्य प्रमुख नेताओं ने उनके निधन को एक बड़ी क्षति बताया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: “ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन से एक युग का अंत हुआ। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।”
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर: “हरियाणा की राजनीति के एक मजबूत स्तंभ का जाना, राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।”
लोगों का कहना है कि ओम प्रकाश चौटाला के निधन से हरियाणा की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है, और उनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।
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