झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है. उन्होंने 81 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया और उनके समर्थन में 45 विधायकों का साथ मिला वोटिंग से पहले विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
हेमंत सोरेन ने विधानसभा में कहा कि जो लोग नारे लगा रहे हैं, उनमें से आधे चुनाव के बाद विधानसभा में वापस नहीं आ पाएंगे, न इनके पास सोच है और न ही एजेंडा है, इनके पास बस केंद्रीय एजेंसियां हैं. लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन के साथ मिलकर लड़ा जायेगा और इनको उसमें भी आईना दिखाएंगे, इनका षड्यंत्र चलने वाला नहीं है.
उन्होंने चंपई सोरेन का धन्यवाद किया और निर्भीकता से सरकार चलाने की प्रशंसा की, हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी और सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 31 जनवरी को उनकी गिरफ्तारी से कुछ वक्त पहले ही उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. सोरेन को 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया, जब झारखंड हाई कोर्ट ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें जमानत दे दी.