उत्तर प्रदेश के जिला हाथरस के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव फुलराई मैं 02 जुलाई 2024 को आज प्रवचक भोले बाबा के प्रवचन के दौरान हुई भगदड़ मैं 100 से ज्यादा लोगो ने दबने, कुचलने व सांस घुटने के कारण दम तोड़ दिया तथा असंख्य लोग हताहत हुए हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवचन समाप्त होने के उपरांत जब लाखों की संख्या मे पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़ जब वापस लौटने लगी तभी प्रवचक भोले बाबा के काफिले के लिए जाने का रास्ता बनाने के दौरान चरण रज लेने को उत्साहित भीड़ में अचानक भगदड़ मच गई और सारी व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए भीड़ बेकाबू हो गयी जिसकी वजह से ये दर्दनाक हादसा हुआ.
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत मैं आ गया और लोगों के साथ मिलकर घायलों को अस्पताल और मृतकों को शवगृह भिजवाने का कार्य शुरू हुआ। इस घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए तथा प्रदेश के 03 मंत्री, मुख्य सचिव व डीजीपी को तुरंत वहां पहुंच कर हालात का जायजा लेने को भेजा साथ ही घायलों के उपचार व मृतकों को उचित मुआवजा देने का निर्देश दिया वहीं घटना की जांच के लिये कमेटी का गठन कर शीघ्रता से गहन जांच के आदेश दिए, योगी ने कहा कि किसी भी सूरत में दोषियों को बक्शा नहीं जायेगा.
योगी ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस पहुंचे हैं और घायलों से भी मुलाकात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि मृतकों और घायलों को समय पर मुआवजा मिले.
घटना के दौरान प्रशासन के हाथ पैर फूले नजर आए, जहां एक ओर अस्पतालों मैं स्ट्रेचर का अभाव नजर आया वहीं एम्बुलेंस की कमी होने के कारण घायलों को टेम्पो और ऑटो का सहारा लेना पड़ा, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार त्रासदी इतनी भीषण थी कि हर जगह बस लाशें और घायल ही नजर आ रहे थे और वातावरण चीखों से गूंज रहा था. देर रात तक लोग अपने परिवारीजनों को तलाशते नजर आए.
सवाल ये भी उठता है कि इतने बड़े स्तर पर जुटने वाली भीड़ के लिए प्रबंधको ने क्या इंतजाम कर रखे थे ? और क्या इतनी भीड़ के लिए प्रशासन से जरूरी परमिट आदि लिए गए थे या नही? क्या किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के कोई प्रबंध पहले से किये गए थे या फिर सिर्फ खानापूरी करके इतिश्री कर कर दी गयी. साथ ही क्या प्रशासन की तरह से कोई एडवाइजरी जारी की गई थी या नही और अगर हां तो उसपर क्या एक्शन लिया गया, इस बाबत जानकारी करने पर अभी जांच होने बाद का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लिया गया है.
खबर लिखे जाने तक आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है.