फ़िल्म इंडस्ट्री के ही-मैन धर्मेन्द्र का कहना है कि पिता पुत्र के रिश्ते में दोस्ती वाला भाव जरूर होना चाहिए। पिता के अनुशासन और सख्ती से डर पैदा होता है जोकि एक तरह की अनजानी सी दूरियां पैदा कर देता है। कल में अपने पिता जी को समय नहीं दे पाता था आज मेरे बेटों के पास भी समय की कमी नजर आती है।
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